हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 15.16.1

कांड 15 → सूक्त 16 → मंत्र 1 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 15)

अथर्ववेद: | सूक्त: 16
तस्य॒व्रात्य॑स्य।योऽस्य॑ प्रथ॒मोऽपा॒नः सा पौ॑र्णमा॒सी ॥ (१)
इस व्रात्य का प्रथम अपान पूर्णमासी है. (१)
The first chapter of this world is the full moon. (1)