हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 15.16.2

कांड 15 → सूक्त 16 → मंत्र 2 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 15)

अथर्ववेद: | सूक्त: 16
तस्य॒व्रात्य॑स्य।योऽस्य॑ द्वि॒तीयो॑ऽपा॒नः साष्ट॑का ॥ (२)
इस का द्वितीय अपान अष्टकार है. (२)
Its second apana is octave. (2)