हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 15.18.2

कांड 15 → सूक्त 18 → मंत्र 2 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 15)

अथर्ववेद: | सूक्त: 18
यद॑स्य॒दक्षि॑ण॒मक्ष्य॒सौ स आ॑दि॒त्यो यद॑स्य स॒व्यमक्ष्य॒सौ स च॒न्द्रमाः॑ ॥ (२)
इस का वाम चक्षु चंद्रमा है. (२)
Its left eye is the moon. (2)