हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 15.6.24

कांड 15 → सूक्त 6 → मंत्र 24 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 15)

अथर्ववेद: | सूक्त: 6
ससर्वा॑नन्तर्दे॒शाननु॒ व्यचलत् ॥ (२४)
वह सभी अंतर्दिशाओं की ओर चला. (२४)
He walked towards all the hinterlands. (24)