अथर्ववेद (कांड 16)
अ॑रि॒प्रा आपो॒अप॑ रि॒प्रम॒स्मत् ॥ (१०)
जल हमारे पाप को हमसे दूर करे. पाप हमे अलग हों. (१०)
May water remove our sin from us. Sins are separate from us. (10)
कांड 16 → सूक्त 1 → मंत्र 10 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation