हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 16.2.1

कांड 16 → सूक्त 2 → मंत्र 1 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 16)

अथर्ववेद: | सूक्त: 2
निर्दु॑रर्म॒ण्यऊ॒र्जा मधु॑मती॒ वाक् ॥ (१)
मैं दूषित चर्मरोग से मुक्त रहूं. मेरी वाणी शक्तिशालिनी तथा मधुयुक्त हो. (१)
I should be free from contaminated skin diseases. My speech is powerful and sweet. (1)