अथर्ववेद (कांड 18)
सोमा॑य पितृ॒मते॑स्व॒धा नमः॑ ॥ (७२)
श्रेष्ठ पिता वाले अग्नि को स्वधा और नमस्कार है. (७२)
Swadha and Salutations to the agni of the best father. (72)
कांड 18 → सूक्त 4 → मंत्र 72 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation