अथर्ववेद (कांड 19)
तृ॒तीये॑भ्यः श॒ङ्खेभ्यः॒ स्वाहा॑ ॥ (१०)
तीसरे शंख नाम के ऋषियों के लिए यह आहुति भलीभांति प्राप्त हो. (१०)
This sacrifice should be well received for the sages named the third conch. (10)
कांड 19 → सूक्त 22 → मंत्र 10 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation