हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 20.24.7

कांड 20 → सूक्त 24 → मंत्र 7 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 20)

अथर्ववेद: | सूक्त: 24
इ॒ममि॑न्द्र॒ गवा॑शिरं॒ यवा॑शिरं च नः पिब । आ॒गत्या॒ वृष॑भिः सु॒तम् ॥ (७)
हे इंद्र! यहां आ कर पत्थरों से कूट कर तैयार किए गए और गाय का दूध मिले हुए सोम का पान करो. (७)
O Indra! Come here and drink som prepared by crushing with stones and mixed with cow's milk. (7)