अथर्ववेद (कांड 20)
अत्राह॒ गोर॑मन्वत॒ नाम॒ त्वष्टु॑रपी॒च्यम् । इ॒त्था च॒न्द्रम॑सो गृ॒हे ॥ (३)
चंद्र मंडल एक ग्रह है. उस में सूर्य रूपी इंद्र ही अपनी एक किरण में विराजते हैं. (३)
The lunar system is a planet. In that, Indra, the form of the sun, sits in one of his rays. (3)