हरि ॐ

अथर्ववेद (Atharvaved)

अथर्ववेद 9.11.6

कांड 9 → सूक्त 11 → मंत्र 6 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

अथर्ववेद (कांड 9)

अथर्ववेद: | सूक्त: 11
यत्स॑भा॒गय॑ति॒ दक्षि॑णाः सभागयति॒ यद॑नु॒तिष्ठ॑त उ॒दव॑स्यत्ये॒व तत् ॥ (६)
जो यजमान भोज्य पदार्थो को अलगअलग करता हुआ तथा दक्षिणा देता हुआ अनुष्ठान करता है, वह उदवास करता है. (६)
The host who performs the ritual separating the food items and giving dakshina, he exudes. (6)