हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 1.13.9

मंडल 1 → सूक्त 13 → श्लोक 9 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 1)

ऋग्वेद: | सूक्त: 13
इळा॒ सर॑स्वती म॒ही ति॒स्रो दे॒वीर्म॑यो॒भुवः॑ । ब॒र्हिः सी॑दन्त्व॒स्रिधः॑ ॥ (९)
सुख देने वाली एवं विनाशरहित इला, सरस्वती तथा मही नामक देवियां कुशों पर बैठे. (९)
The happy and destructive ila, saraswati and the goddesses of mahi sat on the kushas. (9)