हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 1.14.8

मंडल 1 → सूक्त 14 → श्लोक 8 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 1)

ऋग्वेद: | सूक्त: 14
ये यज॑त्रा॒ य ईड्या॒स्ते ते॑ पिबन्तु जि॒ह्वया॑ । मधो॑रग्ने॒ वष॑ट्कृति ॥ (८)
हे अग्नि! पूजनीय एवं स्तुतिपात्र देव वषट्कार का उच्चारण होते समय तुम्हारी जीभ से सोमरस पिएं. (८)
O fire! Drink somras from your tongue while pronouncing the revered and eulogetic god Vashtakara. (8)