ऋग्वेद (मंडल 3)
द॒धि॒क्राम॒ग्निमु॒षसं॑ च दे॒वीं बृह॒स्पतिं॑ सवि॒तारं॑ च दे॒वम् । अ॒श्विना॑ मि॒त्रावरु॑णा॒ भगं॑ च॒ वसू॑न्रु॒द्राँ आ॑दि॒त्याँ इ॒ह हु॑वे ॥ (५)
मैं दधिक्रा, अग्नि, उषादेवी, बृहस्पति, सविता देव, अश्विनीकुमार, मित्र, वरुण, भग, वसुओं, रुद्रों एवं आदित्यों को इस यज्ञ में बुलाता हूं. (५)
I invite Dadhikra, Agni, Ushadevi, Jupiter, Savita Dev, Ashwinikumar, Mitra, Varuna, Bhaga, Vasuon, Rudras and Adityas to this yagna. (5)