हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 7.15.11

मंडल 7 → सूक्त 15 → श्लोक 11 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 7)

ऋग्वेद: | सूक्त: 15
स नो॒ राधां॒स्या भ॒रेशा॑नः सहसो यहो । भग॑श्च दातु॒ वार्य॑म् ॥ (११)
हे बल के पुत्र एवं सकल जगत्‌ के स्वामी अग्नि! हमें धन दो. भगदेव भी हमें धन दें. (११)
O agni, the son of strength and lord of the world! Give us money. God also give us money. (11)