हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 7.94.6

मंडल 7 → सूक्त 94 → श्लोक 6 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 7)

ऋग्वेद: | सूक्त: 94
ता वां॑ गी॒र्भिर्वि॑प॒न्यवः॒ प्रय॑स्वन्तो हवामहे । मे॒धसा॑ता सनि॒ष्यवः॑ ॥ (६)
स्तुति करने के इच्छुक हव्य अन्न से युक्त एवं धन की अभिलाषा वाले हम यज्ञ का फल पाने के लिए स्तुति द्वारा उन दोनों को बुलाते हैं. (६)
We, who are willing to praise, are those who are rich in food and desirous of wealth, we call both of them by praise to get the fruits of the yajna. (6)