हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 8.53.11

मंडल 8 → सूक्त 53 → श्लोक 11 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 8)

ऋग्वेद: | सूक्त: 53
अ॒यं ते॑ शर्य॒णाव॑ति सु॒षोमा॑या॒मधि॑ प्रि॒यः । आ॒र्जी॒कीये॑ म॒दिन्त॑मः ॥ (११)
हे इंद्र! यह सोमरस तुम्हें कुरुक्षेत्र के तृणों वाले तालाब में अधिक प्रसन्न करता है. वह तालाब आर्जीक देश की सुषोमा नदी के तट पर है. (११)
O Indra! This someras pleases you more in the pond with straws of Kurukshetra. That pond is on the banks of the Sushoma River in the Arjik country. (11)