हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 8.53.3

मंडल 8 → सूक्त 53 → श्लोक 3 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 8)

ऋग्वेद: | सूक्त: 53
त्वमी॑शिषे सु॒ताना॒मिन्द्र॒ त्वमसु॑तानाम् । त्वं राजा॒ जना॑नाम् ॥ (३)
हे इंद्र! तुम निचोड़े हुए सोम एवं बिना निचोड़े हुए सोम के स्वामी तथा अन्न के राजा हो. (३)
O Indra! You are the lord of the squeezed mon and the unquenched mon and the king of the grain. (3)