हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 8.62.7

मंडल 8 → सूक्त 62 → श्लोक 7 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 8)

ऋग्वेद: | सूक्त: 62
अव॑न्त॒मत्र॑ये गृ॒हं कृ॑णु॒तं यु॒वम॑श्विना । अन्ति॒ षद्भू॑तु वा॒मवः॑ ॥ (७)
हे अश्चिनीकुमारो! तुमने अत्रि की रक्षा के लिए घर बनाया था. तुम्हारी रक्षा हमारे समीप रहे. (७)
O aschinikumaro! You built a house to protect Atri. May your defense be near us. (7)