हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 8.68.7

मंडल 8 → सूक्त 68 → श्लोक 7 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 8)

ऋग्वेद: | सूक्त: 68
सु॒शेवो॑ नो मृळ॒याकु॒रदृ॑प्तक्रतुरवा॒तः । भवा॑ नः सोम॒ शं हृ॒दे ॥ (७)
हे पिए हुए सोम! तुम हमारे हृदय में शोभन सुख वाले, सुखदाता सावधान बुद्धि वाले, गतिहीन एवं कल्याणकारी होते हो. (७)
Oh drunk Mon! You are the happy ones in our hearts, the happy ones, the careful-minded, the sedentary and the welfare- to-be. (7)