सामवेद (अध्याय 1)
प्र दैवोदासो अग्निर्देव इन्द्रो न मज्मना । अनु मातरं पृथिवीं वि वावृते तस्थौ नाकस्य शर्मणि ॥ (७)
अन्ने इंद्र के समान शक्तिशाली हैं. अग्नि दिव्य (अच्छे) कार्य करने वालों के लिए पृथ्वी पर प्रकट हुए. हवि पहुंचाने के अपने श्रेष्ठ कामों से वे स्वर्ग में रहने लगे. (७)
Anne is as powerful as Indra. Agni appeared on earth to those who did divine (good) work. With their noble deeds of delivering havi, they started living in heaven. (7)