हरि ॐ

सामवेद (Samved)

सामवेद 13.2.1

अध्याय 13 → खंड 2 → मंत्र 1 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

सामवेद (अध्याय 13)

सामवेद: | खंड: 2
सना च सोम जेषि च पवमान महि श्रवः । अथा नो वस्यसस्कृधि ॥ (१)
हे सोम! आप पवित्र हैं. आप बहुत उपासना के योग्य हैं. आप देवताओं के पास जाइए. आप शत्रुओं को जीतने के बाद हमें यशस्वी बनाने की कृपा कीजिए. (१)
O Mon! You are holy. You deserve a lot of worship. You go to the gods. Please make us successful after conquering your enemies. (1)