हरि ॐ

सामवेद (Samved)

सामवेद 20.1.9

अध्याय 20 → खंड 1 → मंत्र 9 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

सामवेद (अध्याय 20)

सामवेद: | खंड: 1
इममू षु त्वमस्माकँ सनिं गायत्रं नव्याँसम् । अग्ने देवेषु प्र वोचः ॥ (९)
हे अग्नि! हमारे साम मंत्र गायक (पुरोहित) भलीभांति और भाव भरे साम मंत्र गाते हैं. आप हमारी उन प्रार्थनाओं को निर्धारित देवताओं के पास पहुंचाने की कृपा कीजिए. (९)
O agni! Our sama mantra singers (priests) sing well and emotional saam mantras. Please convey those prayers of ours to the prescribed deities. (9)