हरि ॐ

सामवेद (Samved)

सामवेद 26.6.10

अध्याय 26 → खंड 6 → मंत्र 10 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

सामवेद (अध्याय 26)

सामवेद: | खंड: 6
अग्निर्ज्योतिर्ज्योतिरग्निरिन्द्रो ज्योतिर्ज्योतिरिन्द्रः । सूर्यो ज्योतिर्ज्योतिः सूर्यः ॥ (१०)
हे अग्नि! अग्नि ज्योति है, ज्योति अग्नि है. इंद्र ज्योति है, ज्योति इंदर है. सूर्य ज्योति है, ज्योति ही सूर्य है. (१०)
O agni! Agni is light, light is agni. Indra is jyoti, jyoti is inder. The sun is the light, the light is the sun. (10)