हरि ॐ

सामवेद (Samved)

सामवेद 8.1.11

अध्याय 8 → खंड 1 → मंत्र 11 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

सामवेद (अध्याय 8)

सामवेद: | खंड: 1
यस्मिन्विश्वा अधि श्रियो रणन्ति सप्त सँसदः । इन्द्रँ सुते हवामहे ॥ (११)
इंद्र सारी शोभाओं से शोभित हैं. यज्ञ में सात पुरोहित इंद्र को हवि देने के लिए अनेक मंत्र पढ़ते हैं. हम सोमयज्ञ में उन इंद्र को आमंत्रित करते हैं. (११)
Indra is adorned with all the beauty. In the yajna, seven priests recite many mantras to give havi to Indra. We invite those Indras in Somyagya. (11)