यजुर्वेद (अध्याय 19)
त्वया॒ हि नः॑ पि॒तरः॑ सोम॒ पूर्वे॒ कर्मा॑णि च॒क्रुः प॑वमान॒ धीराः॑। व॒न्वन्नवा॑तः परि॒धीँ१ऽरपो॑र्णु वी॒रेभि॒रश्वै॑र्म॒घवा॑ भवा नः ॥ (५३)
सोम! आप पवित्र हैं. पूर्व में हमारे धीर तथा पवित्र पितरों ने ही यज्ञ कर्म संपादित किए. आप विघ्नकारियों को दूर भगाएं. इंद्र देव वीर, अश्वारोही व धनवान हैं. वे हमें ऐश्वर्य प्रदान करने की कृपा करं. (५३)
The moon! You are holy. In the past, it was our patient and holy ancestors who performed yajna rituals. You drive away the obstacles. Indra Dev is brave, equestrian and wealthy. May he bless us with wealth. (53)