यजुर्वेद (अध्याय 22)
तत्स॑वि॒तुर्वरे॑ण्यं॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि। धियो॒ यो नः॑ प्रचो॒दया॑त् ॥ (९)
सविता देव को नमस्कार है. सविता देव वरेण्य, सौभाग्यदायी व देवों को धारण करते हैं. वे बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग पर उन्मुख करते हैं. वे हमारी बुद्धि को प्रेरित करने की कृपा करें. (९)
Hello savita dev. Savita Dev is varenya, fortunate and wears gods. They orient the intellect on the best path. May they please inspire our intellect. (9)