हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 1.25.19

मंडल 1 → सूक्त 25 → श्लोक 19 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 1)

ऋग्वेद: | सूक्त: 25
इ॒मं मे॑ वरुण श्रुधी॒ हव॑म॒द्या च॑ मृळय । त्वाम॑व॒स्युरा च॑के ॥ (१९)
हे वरुण देव! आज मेरी पुकार सुनो. आज मुझे सुख प्रदान करो. मैं अपनी रक्षा की इच्छा से तुम्हें बुला रहा हूं. (१९)
O Varun Dev! Listen to my call today. Give me happiness today. I'm calling you with my desire to protect you. (19)