हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 8.56.10

मंडल 8 → सूक्त 56 → श्लोक 10 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 8)

ऋग्वेद: | सूक्त: 56
उ॒त त्वाम॑दिते मह्य॒हं दे॒व्युप॑ ब्रुवे । सु॒मृ॒ळी॒काम॒भिष्ट॑ये ॥ (१०)
हे महान्‌ एवं सुख देने वाली अदिति देवी! मनचाहा फल पाने के लिए मैं तुम्हारी स्तुति करता हूं. (१०)
O great and happy Aditi Devi! I praise you for getting the desired fruit. (10)