हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद 9.16.8

मंडल 9 → सूक्त 16 → श्लोक 8 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 16
त्वं सो॑म विप॒श्चितं॒ तना॑ पुना॒न आ॒युषु॑ । अव्यो॒ वारं॒ वि धा॑वसि ॥ (८)
हे सोम! तुम मनुष्यों में स्तोता की रक्षा करते हो. तुम कपड़े से छनकर भेड़ के बालों से बने हुए दशापवित्र पर जाते हो. (८)
Hey Mon! You protect the hymns in humans. You go to the dashapavitra made of sheep's hair by sorting it out of a cloth. (8)