हरि ॐ

सामवेद (Samved)

सामवेद 12.3.6

अध्याय 12 → खंड 3 → मंत्र 6 - संस्कृत मंत्र, हिंदी अर्थ और English translation

सामवेद (अध्याय 12)

सामवेद: | खंड: 3
पातं नो मित्रा पायुभिरुत त्रायेथाँ सुत्रात्रा । साह्याम दस्यूं तनूभिः ॥ (६)
हे मित्र! हे वरुण! आप अपने रक्षासाधनों से हमारी रक्षा कीजिए. आप की कृपा से हम अपने शरीर द्वारा शत्रुओं को नष्ट कर सकें. (६)
Hey friend! O Varuna! You protect us with your defence tools. By your grace, we can destroy enemies through our body. (6)