सामवेद (अध्याय 23)
यच्चिद्धि शश्वा तना देवन्देवं यजामहे । त्वे इद्धूयते हविः ॥ (२)
हे अग्नि! हम इंद्र, वरुण और अन्य देवताओं को हवि दे कर भजन करते हैं. वह सब आप तक पहुंचता है. (२)
O agni! We worship Indra, Varuna and other gods. That's all it reaches you. (2)