हरि ॐ

ऋग्वेद (Rigved)

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 27
ए॒ष क॒विर॒भिष्टु॑तः प॒वित्रे॒ अधि॑ तोशते । पु॒ना॒नो घ्नन्नप॒ स्रिधः॑ ॥ (१)
मेधावी, चारों ओर से स्तुत एवं पवित्र होते हुए सोम शत्रुओं का विनाश करके दशापवित्र से हरिण के काले चमड़े पर जाते हैं. (१)
The meritorious, being praiseworthy and holy from all around, goes from Dashapavitra to the black leather of the deer by destroying the enemies. (1)

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 27
ए॒ष इन्द्रा॑य वा॒यवे॑ स्व॒र्जित्परि॑ षिच्यते । प॒वित्रे॑ दक्ष॒साध॑नः ॥ (२)
सबको जीतने वाले एवं शक्तिदाता सोम को दशापवित्र पर इंद्र एवं वायु के लिए सींचा जाता है. (२)
Soma, who conquers everyone and gives power, is watered on the Dashapavittra for Indra and Vayu. (2)

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 27
ए॒ष नृभि॒र्वि नी॑यते दि॒वो मू॒र्धा वृषा॑ सु॒तः । सोमो॒ वने॑षु विश्व॒वित् ॥ (३)
द्युलोक के सिर के समान, अभिलाषापूरक, सर्वज्ञ, निचुड़े हुए एवं काष्ठ पात्रों में रखे हुए सोम तऋत्विजों द्वारा अनेक प्रकार से ले जाए जाते हैं. (३)
Like the head of the dulok, the desire-filled, omniscient, detached and placed in wooden vessels are carried in many ways by the som taritwijas. (3)

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 27
ए॒ष ग॒व्युर॑चिक्रद॒त्पव॑मानो हिरण्य॒युः । इन्दुः॑ सत्रा॒जिदस्तृ॑तः ॥ (४)
हमारे लिए गायों और धन की इच्छा करते हुए, दीप्तिशाली, असुरों को जीतने वाले एवं स्वयं दूसरों द्वारा अहिंसित सोम निचुड़ते समय शब्द करते हैं. (४)
Wishing for us cows and wealth, the radiant, the conquerors of the asuras and the ones who are themselves non-violent by others, do the word while the som nichuds. (4)

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 27
ए॒ष सूर्ये॑ण हासते॒ पव॑मानो॒ अधि॒ द्यवि॑ । प॒वित्रे॑ मत्स॒रो मदः॑ ॥ (५)
नशा करने वाले सोम जिस समय निचोड़े जाते हैं, उस समय सूर्य उन्हें द्युलोक में छोड़ते हैं. (५)
At the time when the intoxicating mons are squeezed, the sun releases them in the dolok. (5)

ऋग्वेद (मंडल 9)

ऋग्वेद: | सूक्त: 27
ए॒ष शु॒ष्म्य॑सिष्यदद॒न्तरि॑क्षे॒ वृषा॒ हरिः॑ । पु॒ना॒न इन्दु॒रिन्द्र॒मा ॥ (६)
ये शक्तिशाली, अभिलाषापूरक, हरितवर्ण, दीप्तिशाली एवं निचुड़ते हुए सोम दशापवित्र पर गिरते हैं एवं इंद्र को प्राप्त होते हैं. (६)
They fall on the som dashapavittra, with a strong, desireful, greenery, and aloofness and attain Indra. (6)